Empty

Total: ₹0.00
founded by S. N. Goenka in the tradition of Sayagyi U Ba Khin

 

 

 

 

 

Saral Pali Vyakaran - सरल पालि व्याकरण

₹75.00

सरल पालि व्याकरण

इस पुस्तक में ‘प्रारंभिकपालि’ में चर्चित विभिन्न संज्ञा एवं क्रियाओं के रूपों का संकलन है।
इस पुस्तक को अधिक व्यापक बनाने के लिए कुछ अनियमित संज्ञाएं, विशेषण, संख्या तथा क्रियाओं की तालिकाओं को यहां समाविष्ट किया गया है।
अधिकतर तालिकाओं के साथ कुछ उदाहरण दिये गये हैं, जिसमें पालि वाक्य अथवा गाथा और उसका हिंदी अनुवाद है।
प्रारंभिक पाठ के उदाहरण में हर संज्ञा की विभक्ति और वचन को दर्शाया गया है, जिससे हिंदी अनुवाद को समझने में सहायता होगी।

SKU:
H108
ISBN No: 
978-81-7414-448-5
Publ. Year: 
2021
Author: 
Vipassana Research Institute
Language: 
Hindi
Book Type: 
Paperback
Pages: 
126
Preview: 
PDF icon Preview (2.19 MB)